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Sawan Mahina 2025 : आस्था, भक्ति और प्रकृति का अनुपम संगम

  सावन महीना(sawan) : आस्था, भक्ति और प्रकृति का अनुपम संगम सावन, जिसे श्रावण मास भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग का पवित्र महीना है। यह महीना ...

 सावन महीना(sawan): आस्था, भक्ति और प्रकृति का अनुपम संगम

सावन, जिसे श्रावण मास भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग का पवित्र महीना है। यह महीना विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए जाना जाता है और पूरे भारत में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। सावन माह में भक्तजन व्रत रखते हैं, शिवालयों में जल चढ़ाते हैं और हरियाली तीज, नाग पंचमी जैसे त्यौहारों को उल्लास के साथ मनाते हैं।


सावन माह 2025 की शुरुआत की तिथि (हिंदी में):

हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन माह (श्रावण मास) की शुरुआत 14 जुलाई 2025 (सोमवार) से हो रही है और यह समाप्त होगा 12 अगस्त 2025 (मंगलवार) को।

🌿 विशेष जानकारी:

पहला सोमवार (सावन सोमवारी): 14 जुलाई 2025

कुल सावन सोमवार: 5 सोमवार

अंतिम सोमवार: 11 अगस्त 2025

(Sawan Mahina 2025)


Sawan Mahina 2025 की तिथियाँ और विशेषता

सावन महीना जुलाई के मध्य से अगस्त के मध्य तक आता है। यह महीना वर्षा ऋतु के बीच आता है, जब प्रकृति हरी-भरी और सुंदर हो जाती है। धार्मिक दृष्टि से यह समय भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है।


सावन में शिव पूजा का महत्व Sawan Mahina 2025

हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, सावन महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि इसी मास में माता पार्वती ने कठोर तप कर शिव जी को पति रूप में प्राप्त किया था। इसलिए इस महीने में विशेष रूप से सोमवार व्रत (सोलह सोमवार) रखे जाते हैं। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं।


सावन सोमवार 2025 का महत्व

सावन के प्रत्येक सोमवार को शिव भक्त जल, बेलपत्र, दूध, शहद और धतूरा चढ़ाकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करते हैं। शिवपुराण के अनुसार, इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से मनचाहा फल प्राप्त होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।


प्रमुख त्यौहार और परंपराएँ

1. हरियाली तीज

यह त्यौहार सावन की शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और झूले झूलती हैं, गीत गाती हैं।


2. नाग पंचमी

इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। दूध और लड्डू चढ़ाकर सांपों की रक्षा की प्रार्थना की जाती है।


3. रक्षाबंधन

भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षाबंधन भी सावन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।


सावन और पर्यावरण

सावन का महीना केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक और वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह वर्षा का मौसम होता है, जब धरती पर हरियाली छा जाती है। खेती की दृष्टि से यह समय अत्यंत उपजाऊ और लाभकारी होता है।


निष्कर्ष sawan mahina 2025

सावन माह भारतीय संस्कृति, आस्था और प्रकृति का अद्भुत संगम है। यह न केवल भगवान शिव की भक्ति का महीना है, बल्कि समाज में प्रेम, भाईचारे और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है। सावन में की गई पूजा, व्रत और सेवा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

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